मंगलवार, 25 जुलाई 2017

आदिवासी मीणा और शहादत

आदिवासी मीणा और शहादत

"--1834के लगभग जयपुर मैं ब्लैक हत्या कांड  में शिवनारायण झरवाल तथा रामचंद्र मीणा को फासी दी गयी ।

--1849 मैं अमरगढ के रैवत नारायण मीणा को अंग्रेजों ने फांसी पर लटकाया।

-- रायचंद हलकारा को 1838 के लगभग फांसी पर लटकाया था। जयपुर रियासत मैं हलकारे मीणा ही हुआ करते थे।

--अलवर रियासत मैं मेजर केडल की हत्या की साजिश  रचने के आरोप मैं  मोती मीना और उसके साथियों को जेल भेजा गया।

--1857 की क्रांति मैं  भी मीणो ने बढ चढ कर भाग लिया। अग्रेजी शासन काल में खैराड,मारवाड ,मेवाड ,शेखावाटी,तोरावाटी,राठ प्रदेश मैं मीणो ने विद्रोह किये थे । इन विद्रोहों में हजारों मीणे शहीद हुए थे पर उनके नाम इतिहास से मिटा दिए गये ।

--1857के विद्रोही पदिया मीणा को 1887 में फांसी  पर लटकाया गया ।

--नेताजी सुभाष चंद्र बोस का वाहन चालक जिला  बूंदी के उमर गांव का बिहारी लाल मीना था जिसका उल्लेख इंडिया टूडे मैं कप्तान जगदीश मीना ने एक लेख मैं किया था।

--आजादी की लडाई मैं  मीना आदिवासी किसी से पीछे नहीं रहे। मीणा समाज में कोई  देश द्रोही नही था। बेईमान लेखको ने आदिवासी देशभक्तो के योगदान की उपेक्षा की है ।"
### डॉ प्रह्लाद सिंह मीना ###

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